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घर पर ऐसे मनाएं कान्हा जी का जन्मोत्सव: ।।

भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर पूरे हर्षोल्लास के साथ कान्हा के शिशु रूप में अवतरित होने का उत्सव मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव उनके भक्त बहुत धूमधाम से मनाते हैं। लेकिन अगर आप किसी मंदिर में नहीं जा पा रहे हैं, तो घर में भी आप बेहद खूबसूरत तरीके से जन्माष्टमी मना सकते हैं।

आइए इस लेख में जानते हैं कि कैसे घर में सम्पूर्ण विधि-विधान और नए तरीकों के साथ मनाएं श्रीकृष्ण जन्माष्टमी:

सजाएं मंदिर :
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूजा के लिए आप बाज़ार से फूल व अन्य सजावट का सामान लाकर मंदिर को सजाएं। आप मंदिर के अलावा घर में भी किसी अन्य स्थल को जन्माष्टमी का उत्सव मनाने के लिए सुंदर तरह से सजा सकते हैं।

श्री कृष्ण की बांसुरी :
भगवान को बांसुरी अत्यंत प्रिय है, इसलिए आप चाहें तो उनके जन्मोत्सव पर एक बांसुरी ला सकते हैं, और उसे मोती और सुंदर रंगों से सजाकर पूजन के समय प्रभु को अर्पित कर सकते हैं।

रंगोली बनाएं :
सनातन धर्म में रंगोली का महत्व बहुत है, घर में रंगोली बनाना अत्यंत शुभ माना गया है। तो, आप भी जन्माष्टमी के अवसर पर अपने मंदिर के सामने या घर के बाहर भगवान के स्वागत के लिए एक सुंदर रंगोली अवश्य बनाएं।

भोग-पकवान :
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन आप घर पर ही प्रभु को भोग लगाने के लिए पंजीरी, पंचामृत, लड्‍डू एवं अन्य पकवान बना सकते हैं। आप इस दिन भगवान को प्रसन्न करने के लिए उनकी पसंदीदा चीज़ों का भोग बनाना न भूलें।

झांकी :
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन आप घर में ही झांकी लगाकर इस पर्व को और भी खास बना सकते हैं। इसके लिए आप कृष्ण की बाल लीला से संबंधित या कोई अन्य झांकी भी लगा सकते हैं।

बच्चों को बनाएं श्री राधाकृष्ण :
ऐसा माना जाता है कि बच्चे भगवान का स्वरूप होते हैं। अगर आपके घर में छोटे बच्चे हैं तो आप उन्हें जन्माष्टमी पर राधारानी और श्रीकृष्ण के रूप में तैयार कर सकते हैं। जन्माष्टमी पूर्णतः बाल कृष्ण का उत्सव है, तो बच्चों को श्री राधाकृष्ण के रूप में तैयार करके, इस पर्व की सुंदरता को बढ़ाया जा सकता है।

भजन-कीर्तन :
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दौरान अगर आप माहौल को थोड़ा और भक्तिमय बनाना चाहते हैं, तो घर में सुंदर श्रीकृष्ण भजन भी बजाइये। आप अपने परिवार और पड़ोसियों के साथ मिलकर पूरे उत्साह के साथ भजन-कीर्तन करिए, और इस पर्व का आनंद उठाइये।

श्रीकृष्ण को झूला झुलाएं :
प्रभु के जन्म की पूजा विधि-विधान से करने के पश्चात्, उनको झूला झुलाना बहुत अच्छा माना जाता है। आप अपने पूरे परिवार के साथ बाल-गोपाल को झूला झुलाएं और उनका स्वागत करें।

प्रसाद वितरण :
भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के पश्चात, वहां उपस्थित और आसपास के लोगों के बीच प्रसाद अवश्य बांटें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कोई भी पूजा तब तक फलीभूत नहीं है, जब तक उसका प्रसाद आपके अतिरिक्त कुछ और लोगों तक न पहुंच जाए।

आप यहां बताए गए तरीकों के साथ घर में अपने परिवार के साथ धूमधाम से जन्माष्टमी का त्योहार मना सकते हैं। हम आशा करते हैं कि यह सुझाव आपके त्योहार को खुशियों से भर देंगे।.....जय श्री कृष्णा 🙏

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