✴Our Yug Nirman Holy Pledge✴
1... WE shall implement in life the discipline of GOD, realizing that He is all pervasive & just.
हम ईश्वर को सर्वव्यापी, न्यायकारी मानकर उसके अनुशासन को अपने जीवन में उतारे गए।
2... WE shall maintain our health treating our body as the temple of GOD by observing self restraint & regularity in life.
शरीर को भगवान का मन्दिर समझकर आत्म-संयम और नियमितता द्वारा आरोग्य की रक्षा करेंगे।
3... WE shall maintain the habit of self-study and keeping good company in order to avoid bad thoughts & feelings.
मन को कुविचारों और दुर्भावनाओं से बचाए रखने के लिए स्वाध्याय एवं सत्संग की व्यवस्था रखे रहेंगे।
4... WE shall constantly practise sense organs control, wealth control, time management & thought control.
इन्द्रिय-संयम, अर्थ-संयम, समय-संयम और विचार-संयम का सतत अभ्यास करेंगे।
5... WE shall always treat ourselves as inseparable part of society and consider other's intrests as our own.
अपने आपको समाज का एक अभिन्न अंग मानेंगे और सबके हित में अपना हित समझेंगे।
6... WE shall observe the decencies, avoid undesirable acts, perform civil duties and remain loyal to society.
मर्यादाओं को पालेंगे, वर्जनाओ से बचेंगे, नागरिक कर्तव्यों का पालन करेंगे और समाजनिष्ठ बने रहेंगे।
7... WE shall always consider WISDOM, HONESTY, RESPONSIBILITY, BRAVERY as
integral part of life.
समझदारी, ईमानदारी, जिम्मेदारी और बहादुरी को जीवन का एक अविछिन्न अंग मानेंगे।
8... WE shall create an all around atmosphere of sweetness, cleanliness, simplicity and gentleness.
चारों ओर मधुरता, स्वच्छता, सादगी एवं सज्जनता का वातावरण उत्पन्न करेंगे।
9... WE shall accept defeat while following the ethical path rather than success by unethical means.
अनीति से प्राप्त सफलता की अपेक्षा नीति पर चलते हुए असफलता को शिरोधार्य करेंगे।
10... WE shall consider noble thoughts & virtues deeds as yardstick for evaluating man's greatness rather than his success, merits and achievements.
मनुष्य के मूल्यांकन की कसौटी उसकी सफलता, योग्यताओं एवं विभूतियों को नहीं , उसके सद्विचारों ओर सत्कर्मों को मानेंगे।
11... WE shall not do anything to others that we ourselves do not like.
दूसरों के साथ वह व्यवहार न करेंगे , जो हमें अपने लिए पसंद नहीं।
12... Man & woman will maintain natural pious relation.
नर-नारी परस्पर पवित्र दृष्टि रखेंगे।
13... WE shall utilize regularly as a part of our earning, time, influence, human values & efforts towards dissemination of the fruits of righteous deeds in the whole world.
संसार में सत्प्रिवार्तियो के पुण्य-प्रसार के लिए अपने समय, प्रभाव, ज्ञान, पुरुषार्थ एवं धन का एक अंश नियमित रूप से लगाते रहेंगे।
14.. Discretion shall be given more importance than tradition.
परम्पराओं की तुलना में विवेक को अधिक महत्व देंगे।
15. WE pledge to take full interest in uniting good people, activities of novel creation and combating unethical forces.
सज्जनों को संगठित करने , अनीति से लोहा लेने और नव सृजन की गतिविधियों में पूरी रूचि लेंगे।
16... We shall be commited to national integration & equality. We shall not be guided by any feeling of discrimination & mutual differences caused by race, gender, language, province, sect etc.
राष्ट्रीय एकता एवं समता के प्रति निष्ठावान रहेंगे ! जाति , लिंग, भाषा, प्रान्त , सम्प्रदाय आदि के कारण परस्पर कोई भेदभाव न बरतेंगे।
17... An individual is the architect of one's own destiny, Based on this belief we are confident that if we become excellent and make others great, surely the YUG or ERA shall change.
मनुष्य अपने भाग्य का निर्माता आप है, इस विश्वास के आधार पर हमारी मान्यता है कि हम उत्कृष्ट बनेंगे और दूसरों को श्रेष्ठ बनायेंगे, तो युग अवश्य बदलेगा।
18... WE shall change the era shall change, we shall improve - the era shall be improve, we have full faith in this reality.
"हम बदलेंगे- युग बदलेगा, हम सुधरेंगे - युग सुधरेगा" इस तथ्य हमारा परिपूर्ण विश्वास है।
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