सनातन धर्म एक कल्पवृक्ष के समान है इसकी अनेकों शाखाएं-प्रशाखाएं है। सनातन धर्म में विभिन्न मतों के विभिन्न पद्धतियों के ऋषि-मुनियों का अद्भुत समायोजन है सनातन धर्म में अत्यंत ही स्वच्छंदता वैज्ञानिक विश्लेषण और तर्क के साथ-साथ निरपेक्ष ध्यान का एक अलौकिक सामंजस है सनातन धर्म का खुलापन उसे गहनता और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करता है शक्ति उपासना के माध्यम से स्वच्छ एवं स्वस्थ माताओं की उत्पत्ति होती है जो कि सृष्टि में उत्तम संतान प्रदान करने में सक्षम होती है। भ्रूण हत्या गो वध को सनातन धर्म महापाप की दृष्टि से देखता है। वशिष्ठ ने राम को अश्वमेध यज्ञ में बिना सीता के बैठने पर प्रतिबंधित कर दिया अंततः राम को इसका निवारण करना पड़ा। शक्ति उपासक लाल तिलक लगाते हैं और शैव उपासक चंदन का त्रिपुंड बनाते हैं। चंदन पुरुषार्थ का प्रतीक है तो वही लाल तिलक स्त्री रक्त का प्रतीक है। पुत्रेष्टि यज्ञ के माध्यम से संतानोत्पत्ति भारतवर्ष में शुरू से प्रचलित रही है कुमारी पूजन सर्वतो भद्रमंडल पूजन, श्रीयंत्र पूजन, त्रिपुर सुंदरी आराधना, दसमहाविद्या अनुष्ठान इत्यादि यह सब मात्री पूजन अर्थात कामाख्या मंडल पूजन के अंतर्गत ही आते हैं। मात्री शक्ति आदि उत्पादक है संसार के सभी पदार्थों में स्वयं उत्पादन मात्री शक्ति से ही प्राप्त किया है। पक्षी हजारों मील दूर से उड़कर एक छोर से दूसरे छोर पर जाकर प्रजनन करते हैं। मात्र प्रजनन के लिए लंबी यात्राएं करते हैं संतति उत्पादन अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। हम उत्पाद को देखते हैं उसे महिमामंडित करते हैं हम किसी महापुरुष की प्रशंसा करते हैं परंतु वह विलक्षण किसने निर्मित किया? किस प्रकार निर्मित किया? उनकी निमात्री कौन है? यह मुख्य विज्ञान का विषय है एवं इसे ही कहते हैं महाज्ञान, कुल ज्ञान अतः स्थान आदरणीय हो जाता है। भारतवर्ष एक रहस्यमय देश है, इसके कण कण में रहस्य व्याप्त है। यहां पर कामाख्या साधना के माध्यम से साधक बहुत कुछ प्राप्त कर लेते हैं। यंत्र तंत्र क्षेत्र में अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। कामाख्या शक्तिपीठ के पवित्र धागे या वस्त्र को धारण करने से साधक की अनेकों प्रकार की अभिचार क्रियाओं से स्वत: ही रक्षा होती है। तंत्र क्षेत्र में अध्यात्म के क्षेत्र में साधक जब तक कामाख्या शक्तिपीठ की यात्रा नहीं करता वहां साधनाएं संपन्न नहीं करता वह अपूर्ण है। कामाख्या शक्तिपीठ की अनेकों उप पीठें भारतवर्ष में जगह जगह मौजूद है और गुरु लोग पारद निर्मित योनि के द्वारा साधकों से कामाख्या साधना करवाते हैं। सिद्धि, विलक्षण गोपनीय शक्तियांँ, तंत्र, ज्योतिष, मंत्र एवं यंत्र शक्ति विग्रह पूजन इत्यादि सनातन धर्म का अभिन्न अंग है। योग, यज्ञानुष्ठान, प्रयोग सनातन धर्म को पोथी पंथी होने से बचाता है यह हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा रचित प्रणाली है अतः इन पर शंका करना उनका मजाक उड़ाना सनातन कुल को नष्ट करने की प्रक्रिया है। कुल में कुल द्रोही ना हो, कुल नाशक ना हो, कुल विरोधी ना हो इसलिए कामाख्या की सकाम उपासना करनी चाहिए।
LIST OF DAILY USE VOCABULARY WORDS WITH MEANING
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*अर्थ के साथ दैनिक उपयोग शब्दावली शब्दों की सूची *
Doss (डॉस) – चारपाई, खटिया
Roof (रूफ) – छत
Plaza (प्लैज) – चौक
Dung (डंग) – गोबर
Thread (थ्रेड) – धाग...
2 months ago
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