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दक्षिणमुखी मुख्य द्वार हेतु वास्तु के क्या क्या उपाय हैं ?

1. गणेश प्रतिमा या यंत्र: मुख्य द्वार के ऊपर या पास गणेश जी की प्रतिमा या गणेश यंत्र लगाएं। यह बुरी शक्तियों को दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।

2. स्वस्तिक चिन्ह: मुख्य द्वार के दोनों ओर या ऊपर स्वस्तिक का चिन्ह लगाएं। यह शुभता और समृद्धि लाता है।

3. ऊर्जा संतुलन के लिए पौधे: मुख्य द्वार के बाहर हरे पौधे या तुलसी का पौधा रखें। यह सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करेगा।

4. लाल रंग का प्रयोग: दक्षिण दिशा अग्नि तत्व से संबंधित है, इसलिए मुख्य द्वार पर लाल रंग का प्रयोग शुभ माना जाता है। आप मुख्य द्वार पर लाल रंग की पट्टी या वस्त्र लगा सकते हैं।

5. मुख्य द्वार पर दर्पण: मुख्य द्वार के अंदर या बाहर की ओर दर्पण लगाने से नकारात्मक ऊर्जा वापस हो जाती है। ध्यान दें कि दर्पण का आकार और स्थान वास्तु के अनुसार सही होना चाहिए।

6. मुख्य द्वार पर वास्तु पिरामिड: वास्तु पिरामिड को मुख्य द्वार के आसपास स्थापित करें, जो नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित करता है।

7. दरवाजे की दिशा सुधारें: यदि संभव हो, तो मुख्य द्वार को थोड़ा पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में स्थानांतरित करें।

8. लक्ष्मी जी का चित्र: मुख्य द्वार के सामने लक्ष्मी जी का चित्र या प्रतिमा रखें ताकि समृद्धि और सौभाग्य घर में प्रवेश कर सके।